इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए ये ठंड लगने से भी बचाता है. खास तौर पर भारतीय परिवारों में हरीरा बच्चे के जन्म के बाद मां (Mother) को खिलाया जाता है. इसे खाने से शरीर का दर्द कम होता है. साथ ही बॉडी को ताकत भी मिलती है.
Also know, हरेरा कैसे बनाते हैं? विधि – How to make Harira Recipe कढ़ाही में घी डालकर गरम कीजिये. घी में जीरा पाउडर, सोंठ पाउडर, हल्दी पाउडर, अजवायन पाउडर डालिये और हल्का महक आने तक भूनिये. कटे हुये मेवे डालिये और 1-1.5 मिनिट लगातार चलाते हुये एकदम धीमी गैस पर भून लीजिये. इस भुने मसाले में गुड़ के घोल को छलनी से छानकर कढ़ाही में डालिये.
Subsequently, जच्चा के लिए हरीरा कैसे बनाया जाता है?
- सबसे पहले गैस चूल्हा जलाएं और गैस पर एक बरतन को चढ़ाकर उसमें एक गिलास पानी डालें।
- अब इसमें सारा गुड़ डाल दीजिए और इसके घुलने तक इसे गरम कीजिए।
- जब गुड़ पानी में पूरी तरह घुल जाए तब इसे स्टील की छलनी से छान लीजिए।
- अब गैस पर कढ़ाई को चढ़ाकर उसमें तेल या देशी घी डालकर गरम कीजिए।
Best answer for this question, जच्चा को क्या क्या खाना चाहिए?
- अंडा डिलीवरी के बाद महिलाओं को प्रोटीन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है और अंडा इसका सबसे अच्छा स्त्रोत हैं.
- ओट्स ओट्स फाइबर का अच्छा स्त्रोत होने के साथ ही आयरन की जरूरत पूरी करने में भी बहुत उपयोगी है.
- पालक पालक आयरन का खजाना है.
- दूध
- विटामिन ई
Moreover, डिलीवरी के बाद कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए? डिलीवरी के बाद क्या नहीं खाना चाहिए मसालेदार चीजें कम खाएं और कब्ज एवं खांसी पैदा करने वाले पदार्थों से भी दूर रहें। सी-सेक्शन हुआ है, तो डॉक्टर आपको शुरुआती दिनों में हल्का भोजन करने की सलाह दे सकती हैं। आप इस समय कब्ज और खांसी करने वाली चीजें न खाएं।
डिलीवरी के बाद कौन सा फल खाना चाहिए?
- बेर बेर एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है।
- ड्राई फ्रूट्स सूखे मेवों यानी बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता और अखरोट आदि में भरपूर मात्रा में विटामिन ई होता है।
- खरबूजा खरबूजे में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में होता है और यह शरीर से आलस को दूर करने का काम करता है।
- संतरा
- पपीता
डिलीवरी के बाद कब संबंध बनाना चाहिए?
फेमस गायनोकॉलजिस्ट डॉक्टर रेणु कहती हैं कि चाहे डिलीवरी नॉर्मल हो या सीजेरियन, शरीर को ताकत हासिल करने में समय लगता है. इसलिए डिलीवरी के बाद फिजिकल रिलेशनशिप बनाने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. डॉक्टर कहते हैं कि डिलवरी के बाद सेक्स करने से पहले 4 से 6 सप्ताह तक का गैप रखना जरूरी है.
डिलीवरी के बाद क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए?
डिलीवरी के बाद पहले सप्ताह में तो बिस्तर पर ही पूरी तरह आराम करें. दूसरे सप्ताह में शिशु के थोड़े बहुत काम करना शुरू करें. अअगर तीन सप्ताह बाद आप कुछ बेहतर महसूस कर रही हैं तो हल्के फुल्के काम शुरू कर सकती हैं. लेकिन कोई वजनदार चीज न उठाएं और न ही कोई ऐसा काम करें जिसका खामियाजा आगे चलकर आपके शरीर को उठाना पड़े.
बच्चा होने के बाद क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
- साबुत अनाज का करें सेवन: ऑपरेशन के बाद महिलाओं को हेल्दी और पौष्टिकता से भरपूर खाने का सेवन करना चाहिए।
- सूखे मेवे: सूखे मेवे यानी बादाम, किशमिश, काजू और अखरोज आदि में ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फोलिक एसिड, जिंक, और पोटैशियम की अच्छी-खासी मात्रा होती है।
डिलीवरी के कितने दिन बाद घर का काम करना चाहिए?
ऐसा माना जाता है कि नौ महीने की प्रेगनेंसी और डिलीवरी के बाद शरीर को कम से कम 40 दिनों का आराम जरूर देना चाहिए। इतने समय में शरीर पूरी तरह से रिकवर हो चुका होता है। इन 40 दिनों में मां को अपने आहार का पूरा ध्यान रखना है ताकि शरीर में आई कमजोरी दूर हो सके और बच्चे के लिए पर्याप्त मात्रा में स्तनों में दूध भी बन सके।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद कितना पानी पीना चाहिए?
डॉक्टरों का कहना है कि डिलीवरी के बाद महिला को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। अमूमन भारतीय घरों में ऐसा माना जाता है कि डिलीवरी के बाद अधिक मात्रा में पानी पीने से पेट फूल जाएगा और इसलिए जच्चा को कम पानी पीने के लिए दिया जाता है।
सिजेरियन डिलीवरी में कितना पानी पीना चाहिए?
शोधकर्ता बताते हैं कि जो महिलाएं शिशु को दूध पिलाती हैं, उन्हें एक दिन में 11.5 कप पानी पीना चाहिए। स्तनों में दूध पिलाने के लिए हाइड्रेट रहने की जरूरत होती है। जब भी आप स्तनपान करवाती हैं तो उससे पहले और बाद में एक गिलास पानी जरूर पिंए।
डिलीवरी के टांके कैसे ठीक करें?
एक टब में गुनगुना पानी भरें और उसमें बैठ जाएं। इससे दर्द और सूजन दोनों कम होंगी। इसके बाद टांके वाली जगह को तौलिए से सुखाना न भूलें। मल त्याग करते समय पेरिनियम वाले हिस्से में प्रेशर को कम करने के लिए टांकों पर हल्के से पैड की मदद से प्रेस करें।
डिलीवरी के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है?
डिलीवरी के बाद महिलाओं को कम से कम 12 महीने तक इंतजार करना चाहिए। यूएस डिपार्टमेंट ऑफ हैल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस के अनुसार दूसरी प्रेगनेंसी में इतने समय का गैप तो होना ही चाहिए।
डिलीवरी के बाद कितने दिन तक वजन नहीं उठाना चाहिए?
40 दिन ऐसे रखें ख्याल बता दें कि डिलीवरी के बाद किसी भी महिला के शरीर को रिकवर होने में 40 दिन का समय लगता है. इन 40 दिनों में महिलाओं को अपने शरीर का खास ख्याल रखने की काफी जरूरत होती है. इस दौरान महिलाओं को आहार में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जिससे उनकी कमजोरी दूर हो सके.